यादें
तुम्हारी वो हसीन आँखें,
तुम्हारा भोला सा चेहरा,
तुम्हारी वो मीठी आवाज़,
और ये बीते हुए लम्हों की यादें
चारों ओर दुबकते हैं,
जैसे आग के चारों ओर मंडराते हैं कीट।
ये सब भूलकर कैसे बढूं मैं आगे,
जब दिखता मुझे और कोई नहीं;
जब ये खौफ मुझे सताए हर पल,
कि रोते रोते तुम्हारी इन मीठी यादों को मैं कहीं खो न दूं।
- Hershey
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